Saavan shivratri 2020 सावन के महीने में आने वाली शिवरात्रि भगवान शिव की उपासना के लिए सबसे अच्छा दिन माना जाता है. हिंदू धर्म में शिवरात्रि का बड़ा महत्व है. इस दिन भगवान शिव की आराधना से बड़ा लाभ मिलता है. शिव मंदिरों में शिवलिंग पर जल चढ़ाने और व्रत रखने से तमाम कष्ट दूर होते हैं. ज्योतिषविद कहते हैं कि इस बार शिवरात्रि पर 5 राशियों में धन लाभ के योग बन रहे हैं. Shivratri 2020
मेष- जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा, माता-पिता का स्वास्थ्य बेहतर होगा, धन की प्राप्ति होगी.
वृषभ- जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा, धन और उपहार की प्राप्ति होगी, परिवार में खुशहाली आएगी.
मिथुन- स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा, पारिवारिक स्थितियों में सुधार होगा, शत्रु और विरोधी शांत होंगे.
कर्क- काम का दबाव बढ़ा रहेगा, परिवार में अशांति हो सकती है, स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
सिंह- धन लाभ के योग हैं, परिवार की समस्या में सुधार होगा, दौड़-भाग से भरा दिन रहेगा.
कन्या- स्थान परिवर्तन के योग हैं, काम का दबाव रहेगा, रुका काम पूरा होगा.
तुला- धन की समस्या दूर होगी, करियर में सफलता मिलेगी, परिवार का सहयोग बना रहेगा.
वृश्चिक- सेहत का ध्यान रखें, निर्णयों में सावधानी रखें, सूर्य को जल अर्पित करें.
धनु- परिवार की समस्या हल होगी, करियर में कुछ बदलाव होगा, छोटी यात्रा की संभावना है.
मकर- सेहत का ध्यान रखें, धन की दशा में सुधार होगा, नौकरी में जिम्मेदारियां बढ़ेंगी.
कुंभ- स्वास्थ्य में सुधार होगा, धन की स्थिति ठीक होगी, किसी बुजुर्ग की सलाह से लाभ होगा.
मीन- करियर में लापरवाही ना करें, सेहत बिगड़ सकती है, शिव जी को जल अर्पित करें.
भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी ना करें ये गलतियां
shivratri 2020 सावन की शिवरात्रि का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व होता है. इस दिन भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में खुशहाली आती है. साथ ही व्रत करने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने से लाभ मिलता है. हालांकि शिवरात्रि पर कुछ लोग जाने-अंजाने में बड़ी भूल कर बैठते हैं. शिव पुराण में भोलेनाथ की पूजा से संबंधित वर्णन मिलता है. आइए जानते हैं मंदिर में शिव की पूजा करते वक्त हमें कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए.
- तुलसी को भगवान विष्णु ने पत्नी रूप में स्वीकार किया है. इसलिए तुलसी से शिव जी की पूजा नहीं की जाती है. तुलसी को शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए.
- भगवान शिव को जल चढ़ाते वक्त खास बर्तन का इस्तेमाल किया जाता है. हमेशा याद रखें कि शिवलिंग पर जल तांबे के लोटे से चढ़ाया जाता है, जबकि पीतल के लोटे से दूध चढ़ाया जाता है.
- तिल या तिल से बनी कोई वस्तु भी भगवान शिव को अर्पित नहीं करनी चाहिए. इसे भगवान विष्णु के मैल से उत्पन्न हुआ माना जाता है, इसलिए इसे भगवान शिव को नहीं अर्पित करना चाहिए.
- भगवान शिव को नारियल तो चढ़ा सकते हैं लेकिन नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए. इससे धन की हानि होती है.
- भगवान शिव को अक्षत यानी साबूत चावल अर्पित किए जाने के बारे में शास्त्रों में लिखा है. टूटा हुआ चावल अपूर्ण और अशुद्ध होता है, इसलिए यह शिव जी को नहीं चढ़ता.